गिरिवरोंमें मै अविचल गढ़ गिरनार हूँ,
आदि हूँ,अनंत हूँ; आश्वस्त हूँ और शाश्वत भी
दत्त हूँ, दातार हूँ; सिंह हूँ और नरसिंह भी
जिव हूँ, शिव हूँ; भक्ति हूँ और शक्ति भी
जगत जननी रंजनी हूँ,
कष्टभंजक परमपिता भवनाथ हूँ;
तत्व से सत्व और यत पिंड से तत ब्रह्मांड का
गंतव्य ‘शिवोSहम’ ‘शिवोSहम’ ‘शिवोSहम’ हूँ ||
गिरिवरोंमें मै अविचल गढ़ गिरनार हूँ |
गिरिवरोंमें मै अविचल गढ़ गिरनार हूँ ||
~ जगत निरुपम
Dec 30, 2021 @ 09:09:23
Excellent….”ગિરિવર ગરવો ગઢ ગિરનાર…..”