मैंने जगत को आज
ऊंचाई से भी नाप लिया,
मैंने सपनो को आज
सच करके भी देख लिया,
बुलंदी हमेशा ऊंचाइयों की
मोहताज नहीं ही रही होगी
क्योंकि मैंने अक्सर ही
छोटों का ईमान ऊँचा पाया,
तेज़ रफ़्तार से दौड़ते लोग
शायद मंज़िल को जल्दी पाते होंगे
पर मैंने सच की डगर चलते
इंसानो को देर से सही दुरस्त पाया,
चकाचोद से भरी वह रोशन शाम
और उन आँखों का नूर दोनों ही
चमकने की फितरत रखते है
पर मैंने अक्सर ही
उस नूर की चमक को लाजवाब पाया,
गिरगिट तो फिर भी समजे
मैंने ‘इंसानो’ को रंग बदलते पाया
मैंने जगत को आज
ऊंचाई से भी नाप लिया,
मैंने सपनो को आज
सच करके भी देख लिया
– जगत निरुपम
(Date: 29-Sep-2014 Place: At the top – Burj Khalifa,Dubai,United Arab Emirate – tallest man-made structure in the world as on date, at 829.8 m (2,722 ft))
Oct 05, 2014 @ 07:40:24
excellent..blessings….mummy..parthbhai..pappa