तुम समय की रेत पर छोडते चलो निशाँ
देखती तुम्हे जमीं देखता है आसमां
लिखते चलो नौजवान नित नई कहानियां
तुम मिटा दो ठोकरों से जुल्म की निशानियां
कल की तुम मशाल हो सबसे बेमिसाल हो
तिनके तिनके को बनादो जिंदगी का आशियां
तुम समय की रेत पर छोडते चलो निशाँ
ये निशान एक दिन जहान का अमन बने
ये निशान एक दिन प्रीत का चमन बने
हँसते हुए हमसफर गाते चलें हो निडर
आगे आगे बढता चले जिंदगी का कारवां
तुम समय की रेत पर छोडते चलो निशाँ
तुम जिधर चलो उधर ही रास्ता बने नया
इक उठाये सबका बोझ वक्त वह चला गया
सब कमायें साथ साथ काम करे सबके हाथ
जोभी आगे बढ़ रहा है देखता उसे जहां
तुम समय की रेत पर छोडते चलो निशाँ
देखती तुम्हे जमीं देखता है आसमां
तुम समय की रेत पर छोडते चलो निशाँ
– अज्ञात
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